हिमाचल में NTT भर्ती प्रक्रिया: नियमित के बजाय आउटसोर्स पर होगी भर्ती, बेरोजगार युवाओं को झटका
नई पॉलिसी के अनुसार, प्रदेश के प्री-प्राइमरी स्कूलों में केवल 2 वर्षीय डिप्लोमा धारकों को ही NTT के पद पर नियुक्त किया जाएगा। इस फैसले से उन बेरोजगार युवाओं को बड़ा झटका लगा है जिन्होंने केवल एक साल का डिप्लोमा कर रखा है। अधिकांश बेरोजगारों ने एक वर्षीय डिप्लोमा प्राप्त किया था, लेकिन नेशनल काउंसिल फॉर टीचर एजुकेशन (NCTE) की मान्यता केवल 2 वर्षीय डिप्लोमा के लिए है, जिससे एक वर्षीय डिप्लोमाधारकों की उम्मीदें धूमिल हो गई हैं।
इलेक्ट्रॉनिक कॉरपोरेशन के माध्यम से होगी भर्ती
हिमाचल कैबिनेट द्वारा 21 जून 2024 को मंजूरी दिए जाने के बाद, शिक्षा विभाग ने इन पदों को हिमाचल प्रदेश राज्य इलेक्ट्रॉनिक कॉरपोरेशन के माध्यम से आउटसोर्स आधार पर भर्ती करने का निर्णय लिया है। यह कदम बेरोजगार युवाओं के लिए चिंता का विषय बन गया है, क्योंकि आउटसोर्स भर्ती में नियमित पदों की तुलना में अधिक अस्थिरता होती है।
पूर्व सरकार ने भी की थी अधिसूचना
पूर्व जयराम सरकार ने चुनावी आचार संहिता से पहले भर्ती प्रक्रिया को तेजी से शुरू करने का प्रयास किया था, लेकिन सत्ता परिवर्तन के बाद इस प्रक्रिया को रोक दिया गया। वर्तमान सरकार ने अब नए नियम और शर्तों के साथ इन पदों को आउटसोर्स माध्यम से भरने का फैसला किया है।
इस निर्णय से एक वर्षीय डिप्लोमा धारक युवा हताश महसूस कर रहे हैं, क्योंकि उनकी वर्षों की मेहनत और उम्मीदें अधर में लटक गई हैं।
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