Shimla की कैंथू जेल में बंद कैदी गुड्डू और अन्य कैदी कर रहे हैं अपने हुनर से कमाई, प्रदर्शनी में दिखा हुनर का जलवा

 शिमला की कैंथू जेल में बंद कैदी गुड्डू और अन्य कैदी कर रहे हैं अपने हुनर से कमाई, प्रदर्शनी में दिखा हुनर का जलवा



शिमला की कैंथू जेल में बंद कैदी गुड्डू, जो 14 साल की सजा काट रहे हैं, अपनी मेहनत से हर महीने 25 से 35 हजार रुपए की कमाई कर रहे हैं और यह पैसा अपने परिवार को भेजकर उनका पालन-पोषण कर रहे हैं। हिमाचल पुलिस की "हर हाथ को काम" पहल के तहत उन्होंने फर्नीचर बनाने का प्रशिक्षण प्राप्त किया है। अब गुड्डू न केवल खुद को आत्मनिर्भर बना रहे हैं, बल्कि सजा पूरी होने के बाद रोजगार की चिंता से भी मुक्त हैं।

शिमला के रोटरी क्लब हॉल में आयोजित तीन दिवसीय प्रदर्शनी में गुड्डू और अन्य कैदियों द्वारा बनाए गए सुंदर फर्नीचर का प्रदर्शन किया गया, जिसने लोगों का ध्यान खींचा। यहां बेड, सोफा, डाइनिंग टेबल, और पूजा टैंपल जैसे फर्नीचर प्रदर्शित किए गए हैं, जिनकी लोगों में अच्छी मांग है।

हिमाचल कारगर एवं सुधार सेवाओं के महानिदेशक एसआर ओझा ने प्रदर्शनी का शुभारंभ किया और कहा कि इस पहल का उद्देश्य कैदियों में कौशल और आत्मनिर्भरता विकसित करना है, जिससे उन्हें समाज की मुख्य धारा से जुड़ने में मदद मिले।

अन्य जेलों में भी कैदियों को फर्नीचर, बेकरी और ऊनी कपड़े बनाने का प्रशिक्षण दिया जा रहा है। पुलिस महकमा समय-समय पर प्रदेश भर में प्रदर्शनी आयोजित कर कैदियों के उत्पादों की बिक्री को बढ़ावा दे रहा है, ताकि वे आत्मनिर्भर बन सकें।

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ