आरबीआई द्वारा रेपो रेट को 6.5% पर बनाए रखने का निर्णय: रियल एस्टेट सेक्टर के लिए एक बड़ा अवसर
भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने रेपो रेट को 6.5% पर बनाए रखने का निर्णय लिया है, जिसे रियल एस्टेट सेक्टर में सकारात्मक संकेत माना जा रहा है। यह निर्णय ऐसे समय में आया है जब देश में त्यौहारी मौसम चल रहा है, जिससे आवासीय बाजार को और भी लाभ होने की उम्मीद है। इस स्थिरता से न केवल संभावित घर खरीदने वालों का वित्तीय बोझ कम होगा, बल्कि उनके मनोबल में भी वृद्धि होगी। रियल एस्टेट के विशेषज्ञों का मानना है कि इस निर्णय के परिणामस्वरूप मांग में वृद्धि होगी, जिससे नए प्रोजेक्ट लॉन्च की गति तेज हो सकेगी।
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मोतियाज के मैनेजिंग डायरेक्टर, मुकुल बंसल |
मोतियाज के मैनेजिंग डायरेक्टर, मुकुल बंसल का कहना है कि आरबीआई का 6.5% पर रेपो रेट को बनाए रखना एक बेहतरीन कदम है, जो आवासीय बाजार को काफी लाभ पहुंचाएगा। त्योहारों के शुभ समय में होम लोन की दरों में स्थिरता न केवल संभावित घर खरीदने वालों पर वित्तीय बोझ को कम करेगी, बल्कि उनके आत्मविश्वास को भी बढ़ाएगी। हमें मांग में काफी बढ़ोतरी की उम्मीद है, जो नए प्रोजेक्ट लॉन्च को तेजी दे सकती है और पूरे रियल एस्टेट सेक्टर को मजबूती दे सकती है।
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सुरिंदर बंसल, एमडीबी ग्रुप के मैनेजिंग डायरेक्टर |
सुरिंदर बंसल, एमडीबी ग्रुप के मैनेजिंग डायरेक्टर के अनुसार आरबीआई का 6.5% पर रेपो रेट को स्थिर रखना रियल एस्टेट सेक्टर के लिए एक बड़ा मौका है। यह स्थिरता खरीदारों और डेवलपर्स के लिए अनुकूल माहौल बनाती है, जो बाजार के महत्वपूर्ण समय में निवेश को प्रोत्साहित करती है। जब होम लोन की दरें अनुकूल हैं, तो हम खरीदारों की गतिविधियों में वृद्धि की उम्मीद कर रहे हैं, जो विभिन्न रियल एस्टेट सेक्टर में बढ़ती मांग को पूरा करने के लिए नए विकास के रास्ते खोल सकता है।
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रॉयल एस्टेट ग्रुप के एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर पीयूष कंसल |
रॉयल एस्टेट ग्रुप के एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर पीयूष कंसल के अनुसार रेपो रेट को 6.5% पर बनाए रखने के आरबीआई के फैसले से हाउसिंग मार्किट में अनुकूल राइज की उम्मीद है। नवरात्र और दीवाली समेत पूरे फेस्टिव सीजन में अन चेंज्ड होम लोन दरें संभावित होम बायर्स को कुछ राहत प्रदान करेंगी। नतीजतन, स्टेबल इंटरेस्ट रेट बायर्स और डेवलपर्स दोनों को लाभान्वित करेंगी, जिससे सेक्टर में कॉन्फिडेंस और इन्वेस्टमेंट को बढ़ावा मिलेगा। आरबीआई का निर्णय नए प्रोजेक्ट्स की शुरूआत और रुचि के उभरते सेक्टर्स में डेवलपमेंट के विस्तार को बढ़ावा देने के लिए तैयार है।
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सुषमा ग्रुप के एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर, प्रतीक मित्तल |
सुषमा ग्रुप के एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर, प्रतीक मित्तल का कहना है कि आरबीआई द्वारा रेपो रेट को 6.5% पर बनाए रखने का फैसला एक समझदारी भरा कदम है, जो रियल एस्टेट बाजार की जरूरतों के साथ पूरी तरह से मेल खाता है। इसके साथ ही, न्यूट्रल स्थिति अपनाने से भविष्य में ब्याज दरों में कटौती की संभावना बढ़ जाती है। इसके अलावा, अब जब देश में त्योहारों का समय चल रहा हैं, तो यह फैसला ग्राहकों के मनोबल को बढ़ाएगा और संभावित घर खरीदने वालों को काम करने के लिए प्रेरित करेगा। ब्याज दरों में इस स्थिरता से पैसे जुटाने में आसानी होगी और डेवलपर्स को नए प्रोजेक्ट शुरू करने के लिए मदद मिलेगी, जो आखिरकार इस क्षेत्र में विकास और नए आइडिया को बढ़ावा देगा।
इन सभी विशेषज्ञों के विचार इस बात को दर्शाते हैं कि मौजूदा समय रियल एस्टेट के लिए काफी अनुकूल है। यह स्थिरता न केवल बाजार में आत्मविश्वास बढ़ाएगी, बल्कि नए प्रोजेक्ट्स के लिए भी रास्ते खोलेगी। ऐसे में, यह उम्मीद की जा रही है कि आगामी त्योहारों के दौरान रियल एस्टेट सेक्टर में तेजी देखने को मिलेगी, जिससे न केवल खरीदारों को लाभ होगा, बल्कि पूरे उद्योग में विकास का नया दौर शुरू होगा।
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