भगवान श्री कृष्ण जन्मोत्सव पर श्रद्धालुओं ने दी एक दूसरे को बधाई, मधुर भजनों से बंधा समां

 भगवान श्री कृष्ण जन्मोत्सव पर श्रद्धालुओं ने दी एक दूसरे को बधाई, मधुर भजनों से बंधा समां




भगवान का जन्म पृथ्वी पर पाप के नाश व जनकल्याण के लिए होता हैः कथा व्यास

चंडीगढ़ 21 सितम्बर 2024ः 
भगवान श्री कृष्ण का जन्म, केवल एक ऐतिहासिक घटना नहीं है, बल्कि यह मानवता के लिए एक महत्वपूर्ण संदेश भी है। भगवान का अवतार पाप के नाश और जनकल्याण के लिए होता है, और यह सिद्धांत आज भी उतना ही प्रासंगिक है। जब जब धरा पर पाप बढ़ता है तब तब भगवान अनेक रूपों में पाप का अंत करने के लिए पृथ्वी पर अवतरित होते हैं और अपने भक्तों का उद्धार करते है। श्रीमद्भागवत के माध्यम से आज भी भगवान कृष्ण की महिमा  दुनिया के लिए प्रेरणा स्त्रोत है। भगवान श्री कृष्ण की जन्म कथा श्रवण से हमारे जीवन का अज्ञान रूपी अंधेरा छठ जाता है और ज्ञान रूपी प्रकाश उजागर होता है।
 
यह प्रचवन गौ भक्ति जनकल्याण सेवा समिति, चंडीगढ़ द्वारा सेक्टर 37 स्थित श्री सनातन धर्म मंदिर धर्मशाला में आयोजित साप्ताहिक श्रीमद्भागवत कथा-पितृ मोक्ष महायज्ञ के चौथे दिन कथा व्यास सुरेश शास्त्री ने उपस्थित श्रद्धालुओं को दिए। इस अवसर पर भगवान श्रीकृष्ण का जन्मोत्सव बड़ी श्रद्धा व धूमधाम के साथ मनाया गया।

श्रद्धालुओं ने इस अवसर पर बाल श्रीकृष्ण पर खूब पुष्प वर्षा की। कथा व्यास ने अपनी मधुर भजनों से पूरा वातावरण संगीतमयी बना दिया। वासुदेव की भूमिका में एस सी वोहरा ने सिर पर टोकरी में बाल श्रीकृष्ण रूपी नन्हें बालक रुद्रा बहुगुणा को उठाया हुआ था। इस दौरान श्रद्धालुओं का तांता बाल कृष्ण  बने नन्हें बालक को देखने के लिए लगा रहा। भगवान के जन्म की खुशी में श्रद्धालुओं ने एक दूसरे को बधाई दी और टॉफियां और खिलौने बांटे।

कथा के उपरांत श्रीमद्भागवत महापुराण की सामूहिक रूप आरती की गई।



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